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पाठ 1 विजयी विश्व तिरंगा प्यारा (कक्षा 6 हिन्दी) | वैकल्पिक प्रश्न | व्याकरण एवं भाषा ज्ञान - पर्यायवाची, विलोम शब्द | श्यामलाल 'पार्षद' संक्षिप्त परिचय
टीप― (1) उत्तर शीट नीचे देखें।
(2) भाषा एवं व्याकरण की जानकारी नीचे देखें।
प्रश्न 1- झंडा गीत 'विजयी विश्व तिरंगा प्यारा' कविता के रचनाकार हैं―
(अ) श्यामलाल पार्षद
(ब) दयाल सिंह पवार
(स) नटवर लाल 'स्नेही'
(द) गोपाल प्रसाद व्यास
प्रश्न 2- स्वतंत्रता संग्राम में कौनसा गीत शक्ति, प्रेम और वीरता का प्रतीक था?
(अ) खूनी हस्ताक्षर
(ब) अपना हिंदुस्तान कहाँ है?
(स) झाँसी की रानी।
(द) विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
प्रश्न 3- 'सरसाना' शब्द का आशय है―
(अ) हर्षित करना।
(ब) संचरित करना।
(स) सरलता प्रदान करना।
(द) वीरगति प्राप्त करना।
प्रश्न 4- 'लखकर' शब्द का आशय है―
(अ) देखकर।
(ब) मारकर।
(स) जमकर।
(द) क्रोधित होकर।
प्रश्न 5- 'तन' का पर्यायवाची नहीं है―
(अ) काया
(ब) देह
(स) तृण
(द) शरीर
प्रश्न 6- 'शत्रु' का विलोम है―
(अ) बैरी
(ब) अरि
(स) मित्र
(द) दुश्मन
प्रश्न 7- सही वर्तनी वाला शब्द है―
(अ) मात्रभूमि
(ब) मात्रभूमी
(स) मातृभूमि
(द) मातृभूमी
प्रश्न 8- 'ऊचा' शब्द में .... का प्रयोग कर शुद्ध शब्द बनाया जायेगा।
(अ) अनुनासिक
(ब) अनुस्वार
(स) विसर्ग
(द) कुछ नहीं।
प्रश्न 9- श्यामलाल पार्षद का जन्म हुआ था―
(अ) 13 सितम्बर 1983 में।
(ब) 14 सितम्बर 1983 में।
(स) 15 सितम्बर 1983 में।
(द) 16 सितम्बर 1983 में।
प्रश्न 10- श्यामलाल गुप्त पार्षद को ..... सम्मान से 1973 में सम्मानित किया गया।
(अ) पद्मभूषण
(ब) पद्मश्री
(स) भारत रत्न
(द) विद्यासागर
प्रश्न 1― (अ) श्यामलाल पार्षद
प्रश्न 2― (द) विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
प्रश्न 3― (ब) संचरित करना।
प्रश्न 4― (अ) देखकर।
प्रश्न 5― (स) तृण
प्रश्न 6― (स) मित्र
प्रश्न 7― (स) मातृभूमि
प्रश्न 8― (अ) अनुनासिक
प्रश्न 9― (द) 16 सितम्बर 1983 में।
प्रश्न 10― (ब) पद्मश्री
कठिन शब्दार्थ
सुधा = अमृत
बलि बलि जाना = न्यौछावर होना।
शुद्ध वर्तनी वाले शब्द
स्वतंत्रता / स्वतन्त्रता
मातृभूमि
निर्भय
निश्चय
ध्येय
प्रण
सुधा = अमृत, अमिय।
विश्व = जगत, संसार।
झंडा = ध्वज, पताका।
माता = जननी, माँ।
शत्रु = बैरी, अरि।
तन = देह, शरीर।
स्वतंत्र ― परतंत्र
शत्रु ― मित्र
नीचे ― उपर
विजय ― पराजय
इनका पूरा नाम ― श्यामलाल गुप्त ‘पार्षद'
इनका जन्म वर्ष ― 16 सितम्बर, 1893
इनका जन्म स्थान ― नरवल, कानपुर
इनका देहावसान ― 10 अगस्त, 1977
इनके पिता का नाम ― विश्वेश्वर गुप्त
इनका कार्यक्षेत्र ― ये स्वतंत्रता सेनानी, पत्रकार, समाजसेवी एवं अध्यापक रहे।
इनकी मुख्य रचनाएँ ― (1) 'विजयी विश्व तिरंगा प्यारा'
(2) 'स्वतन्त्र भारत'
(3) 'पंजाब केसरी'।
इन्हें पुरस्कार-उपाधि मिली ― पद्म श्री
इनका विशेष योगदान ― झंडागीत (विजयी विश्व तिरंगा प्यारा) की।आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।
Thank you.
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R. F. Temre (Teacher)