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पंवारी शब्द -

धुल्ली-गोबरी

हिंग्लिश वर्तनी-

dhulli-gobari

हिंदी अर्थ -

धुरेड़ी

हिंग्लिश वर्तनी-

dhuredi

अंग्रेजी अर्थ -

dhuredi festival

शब्द का प्रकार -

क्रिया

लिंग-

स्त्रीलिङ्ग

वचन -

एकवचन

पर्यायवाची/समानार्थी -

हिन्दी - रंगोत्सव

पंवारी वाक्य -

बेटा ! धुल्ली-गोबरी मा नयो झगा नोको पेहरस।

हिंदी वाक्य -

बेटे ! धुरेड़ी में नई शर्ट मत पहने।

English Sentence -

Dear ! Do not wear new shirt in Dhuredi.

"धुल्ली-गोबरी" का विवरण

सनातनियों (हिंदुओं) का एक पर्व जो फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है जिसमें शायं काल में होलिका दहन किया जाता है जिसे होली पर्व कहते हैं। होली पर्व के दूसरे दिवस को लोग एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर आपस में प्रेंम बाँटते हैं। कुछ लोग पानी, कीचड़, गोबर आदि को एक दूसरे पर डालकर खुशियाँ मनाते हैं; इसी कारण पंवारी बोली में इस पर्व को धुल्ली-गोबरी कहा जाता है। हिन्दी और अंग्रेजी में धुरेड़ी (dhuredi) कहते हैं।

पंवारी बोली शब्द 'धुल्ली-गोबरी' के दोहे एवं हिन्दी व अंग्रेजी में अनुवाद -

दिनभर की धुल्ली गोबरी, नहिं खाइसेस भात।
आब्अ तक त आयो नहीं, अता भइ देर रात।।
हिन्दी अनुवाद ― कवि ने दोहे में वर्णन किया है कि एक महिला अपने पति के लिए कहती है― आज दिन भर की धुरेड़ी में रंग गुलाल खेलते रहा है भोजन तक नहीं किया है। घर में अभी तक नहीं आया जबकि इतनी ज्यादा रात्रि हो आई है।
अंग्रेजी अनुवाद ― The poet has described in the couplet that a woman says to her husband― Today he has been playing with colours all day long and has not even eaten. He has not yet come home even though it is so late in the night.

जर गइ होरी रात मा, खेलबोन आज रंग।
धुल्ली गोबरी काल से, नहीं पीवन्अ भंग।।
हिन्दी अनुवाद ― कवि कहते हैं कि होलिका तो रात्रि में जल चुकी है , आज तो रंग-गुलाल से खेलना है। गोबर-कीचड़ की धुरेड़ी तो कल होगी किंतु भांग बिल्कुल मत पीना।
अंग्रेजी अनुवाद ― The poet says that Holika has been burnt last night, today we have to play with colours. The dung and mud dhuredi will be done tomorrow but do not drink bhang at all.

सौजन्य से― श्री लीलाधर हनवत (दोहा रचनाकार) उगली, सिवनी मध्यप्रदेश
हिन्दी व अंग्रेजी अनुवादक – श्री आर. एफ. टेमरे मेहरा पिपरिया, सिवनी मध्यप्रदेश



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