1. बेटा साती सायकिल, भई लेय खे काल ।
एकच मोरो लाल से, बाल सायकिल लाल ।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि ने एक पिता का अपने पुत्र के लिए साइकिल खरीदने का वर्णन किया है। जब पिता अपने पुत्र के लिए जब साइकिल खरीदता है तब वह कहता है कि कल ही मेरे पुत्र के लिए साइकिल खरीदकर हुई है। बालक साइकिल लाल (यहाँ बालक की साइकिल के प्रति अगाध चाहत को देखते हुए उसे साइकिल लाल कहा गया है) मेरा इकलौता पुत्र है।
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet has described a father buying a bicycle for his son. When the father buys a bicycle for his son, he says that just yesterday I bought a bicycle for my son. The boy Cycle Lal (here the boy has been called Cycle Lal in view of the boy's deep desire for a bicycle) is my only son.
2. मोरो साती आनजो, पच्चा अना कमीज ।
अना दवाई संग मा, पालक का भी बीज ।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि ने एक वृद्ध पिता का अपने पुत्र से बाजार से अपने लिए कुछ सामग्री लाने के लिए कहने का वर्णन किया है। वृद्ध पिता अपने पुत्र से कहते हैं कि तुम बाजार से मेरे लिए एक धोती और कमीज लेकर आना साथ में दवाईयाँ और पालक के बीज भी लेकर आना।
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet has described an old father asking his son to bring some things for him from the market. The old father tells his son to bring a dhoti and shirt for him from the market and also bring medicines and spinach seeds.
दोहा रचनाकार ― श्री लीलाधर हनवत उगली, जिला - सिवनी
हिंदी एवं अंग्रेजी अनुवादक― आर. एफ. टेम्भरे मेहरा पिपरिया जिला - सिवनी