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कनौजी, कनोजी
kanauji, kanoji
पतीली (मिट्टी की छोटी गंजी)
patili (mitti ki chhoti ganji)
an earthen pot / a small clay pot (a vegetable small clay pot)
संज्ञा
स्त्रीलिङ्ग
एकवचन
कनोजी को साग बड़ो सवाददार लग्अ से।
कनोजी (मिट्टी की छोटी गंजी) में पकी सब्जी बहुत स्वादिष्ट लगती है।
Vegetables cooked in small clay pots taste very delicious.
मिट्टी का एक छोटा सा पात्र (बर्तन) जिसमें पुराने समय पर सब्जी पकाई जाती थी, उसे पंवारी बोली में कनोजी, हिंदी में मिट्टी की छोटी पतीली (गंजी) और अंग्रेजी में vegetable small mud pot या small clay pot कहते हैं।
1. माटी को बासन एक, करची को आकार।
एक कनोजी नाहनी, मोठी होतिन चार।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि मिट्टी के एक बर्तन का वर्णन करते हुए बताते हैं कि पूर्व काल में भोजन पकाने हेतु प्रयुक्त किये जाने वाला एक बर्तन जिसे कनोजी कहा जाता था जिसका आकर पतीली (गंजी) जैसा होता था। हमारे घर में ऐसी ही एक छोटी कनोजी और चार कनोजियाँ बड़ी थीं।
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet describes an earthen pot and says that in the olden days, a pot used for cooking food was called Kanoji and its shape was like a pot (Ganji). In our house, there was one such small Kanoji and four big Kanojis.
2. एक कनौजी तड़क गयी, घेटत होती दार।
आता लेहूॅं दूसरी, आहे जब्अ कुम्हार।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि ने एक महिला के द्वारा भोजन पकाने के मिट्टी के एक बर्तन के संबंध में कही गई बातों का वर्णन किया है।
महिला कहती है कि एक मिट्टी की पतीली (गंजी) अर्थात कनौजी टूट गई, जब मैं दाल को मथ रही थी। महिला आगे कहती है- "अब मैं दूसरी कनोजी खरीद लूंगी, जब कुम्हार मिट्टी के बर्तन लेकर आएगा।"
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet has described the words spoken by a woman in relation to an earthen pot used for cooking food.
The woman says that an earthen pot (Ganji) or Kanauji broke when I was churning the lentils. The woman further says - "Now I will buy another kanauji when the potter brings the earthen pot."
दोहा रचनाकार ― श्री लीलाधर हनवत उगली, जिला - सिवनी
हिंदी एवं अंग्रेजी अनुवादक― आर. एफ. टेम्भरे मेहरा पिपरिया जिला - सिवनीShare this word