☆ सड़क दुर्घटना भय गयी, टूट गयी से टांग।
☆ अंग-भंग सब भय गयो, पियी होतीस भांग।।
हिन्दी अनुवाद ― इस दोहे में कवि नशे के परिणाम को व्यक्त करते हुए कहते हैं कि सड़क दुर्घटना हो गई है और व्यक्ति की टांग टूट गई है। सब अंग-भंग हो गया है क्योंकि उसने भांग पिया हुआ था।
अंग्रेजी अनुवाद ― In this couplet, the poet expresses the consequences of intoxication and says that a road accident has taken place and the person's leg has been broken. All the body parts have been damaged because he had consumed bhaang.
☆ अंग-भंग लक बिगड़ गयो, एकलव्य को नील।
☆ सच्चो चेला द्रोण को, धनुषधारी ऊ भील।।
हिन्दी अनुवाद ― उक्त दोहे में कवि पौराणिक कथाओं में वर्णित एकलव्य भील बालक का वर्णन करते हुए कहते हैं कि एकलव्य का अंग-भंग (अंग-विच्छेद) होने से उसका स्वरूप बिगड़ गया। (गुरु द्रोणाचार्य ने एकलव्य से गुरुदक्षिणा के रूप उसके दाहिने हाथ का अंगूठा मांग लिया जिससे उसका स्वरूप बिगड़ गया था।) वह धनुर्धारी भील बालक गुरु द्रोण का सच्चा शिष्य था।
अंग्रेजी अनुवाद ― In the above couplet, the poet describes the Bhil boy Eklavya described in mythology and says that Eklavya's appearance was disfigured due to the amputation of his body parts. (Guru Dronacharya asked Eklavya for the thumb of his right hand as Gurudakshina, due to which his appearance was disfigured.) That archer Bhil boy was a true disciple of Guru Drona.
सौजन्य से – श्री एल डी. हनवत (दोहा रचनाकार) उगली, सिवनी मध्यप्रदेश।
हिन्दी व अंग्रेजी अनुवादक – श्री आर. एफ. टेमरे मेहरा पिपरिया, सिवनी मध्यप्रदेश।