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तोला येको अंजाम भुगतनो पढ़्हे।
तुम्हें इसका परिणाम भुगतना होगा।
You will have to face the consequences.
जब किसी व्यक्ति के द्वारा कोई कार्य किया जाता है तब उस व्यक्ति के कार्य के फलस्वरुप कुछ निष्कर्ष निकलता है। इस निष्कर्ष को पंवारी बोली एवं हिंदी भाषा में अंजाम कहते हैं एवं अंग्रेजी में result या consequences कहा जाता है।
1. श्री गणेश को आसरो, शुरू करो सब काम ।
मिल्हे सफलता काम मा, सदा सुखद अंजाम ।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि कहते हैं कि काम की शुरुआत कीजिए क्योंकि गणेश जी का सहारा है। आपको सफलता अवश्य ही मिलेगी और अंजाम (परिणाम) सुखदायी ही आएगा।
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet says that start the work because Ganesh ji is supporting you. You will definitely get success and the result will be pleasant.
2. अंजाम की आस मा, नहीं करत जब काम ।
करम हीन नर जगत मा, सेत आलसी राम ।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि उन आलसी लोगों का वर्णन करते हुए कहते हैं कि ऐसे कर्महीन व्यक्ति जो बिना कार्य के ही अच्छे अंजाम (परिणाम) की आशा करते हैं उन्हें सफलता कभी नहीं मिलती। इस संसार में ऐसे ही कई कर्महीन आलसी व्यक्ति देखे जा सकते हैं।
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet describes those lazy people and says that such lazy people who expect good results without doing any work never get success. Many such lazy people without doing any work can be seen in this world.
3. भोगो अब अंजाम ला, काट काट खे पेड़ ।
धरती बंजर भय गयी, सूख रही से मेड़ ।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि पेड़ों की पर्यावरण के लिए महत्ता का वर्णन करते हुए कहते हैं कि जब मनुष्य पेड़ों को काट ही रहा है तो आगे अंजाम (परिणाम) तो भुगतना ही पड़ेगा। परिणाम स्वरूप पेड़ काटने पर पृथ्वी बंजर होने लगी है और खेतों की मेढें सूख गई हैं।
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet describes the importance of trees for the environment and says that when men are cutting trees, then they will have to face the consequences. As a result, the earth has become barren due to cutting trees and the boundaries of the fields have dried up .
4. करनी बिन कथनी करत, अज्ञानी दिन रात ।
तबो अंजाम कसो मिले, करके थोथी बात ।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि ऐसे व्यक्तियों का वर्णन करते हैं जो काम की बजाय केवल बात ही करते हैं। कवि कहते हैं कि ऐसे अज्ञानी लोग जो दिन-रात केवल बातें करते हैं काम तो कुछ नहीं करते; तब उन्हें ऐसी खोखली बातें करने से अच्छा अंजाम (परिणाम) कैसे मिलेगा?
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet describes such people who only talk instead of working. The poet says that such ignorant people who only talk day and night do not do any work; then how will they get good results from such empty talk?
दोहा रचनाकार ― श्री लीलाधर हनवत उगली, जिला - सिवनी
हिंदी एवं अंग्रेजी अनुवादक― आर. एफ. टेम्भरे मेहरा पिपरिया जिला - सिवनी
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