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वोन्अ दरुआ की अंतड़ी सफा गल गईन।
उस शराबी की सभी आँतें गल गईं।
All the intestines of that drunkard rotted.
मनुष्य या प्राणियों के शरीर में आंतरिक अंगों का वह भाग जो भोजन के पाचन में महत्वपूर्ण निभाता है और यह भाग आमाशय के बाद प्रारंभ होता है। सभी अंगों की तुलना में इसकी लंबाई बहुत अधिक होती है जिसे पंवारी बोली में अतड़ी, हिन्दी भाषा में आंत और अंग्रेजी भाषा में intestine कहते हैं।
1. दारु गांजा भांग नशा, धन को येमा नाश।
अतड़ी ओकी गलगइन, तन को सत्यानाश।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि नशा सेवन के भयानक दुष्परिणामों को दर्शाते हुए कहते हैं कि वह व्यक्ति जो कि दारू, गांजा, भांग आदि के नशे किया करता था इस कारण से उसके पेट की अंतड़ियां गल गई हैं और उसका पूरा शरीर का क्षीण हो चुका है।
अंग्रेजी में भावार्थ ― In this couplet, the poet shows the terrible consequences of drug abuse and says that the person who used to consume alcohol, marijuana, cannabis etc., due to this, the intestines of his stomach have rotted and his whole body has become weak.
2. हिरण्यकश्यप महाबली, होतो पापी बीर।
ईश रूप नरसिंग ने, अतड़ी देइस चीर।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि एक पौराणिक घटना का वर्णन करते हुए बताते हैं कि हिरण्यकश्यपु नाम का एक महाबली राक्षस बहुत पापी था। उसका अंत करने के लिए ईश्वर ने नरसिंह का रूप धारण किया और उसका पेट को फाड़कर अंतड़ियों को चीर दिया।
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet narrates a mythological incident and tells that a very powerful demon named Hiranyakashyap was a great sinner. To kill him, God took the form of Narasimha and tore open his stomach and ripped out his intestines.
दोहा रचनाकार ― श्री लीलाधर हनवत उगली, जिला - सिवनी
हिंदी एवं अंग्रेजी अनुवादक― आर. एफ. टेम्भरे मेहरा पिपरिया जिला - सिवनीShare this word