☆ बेटा मोठो राव को, अक्खड़ ओका भाव।
☆ सरकारी से नौकरी, भारी ओला ताव।।
हिन्दी अनुवाद ― उक्त दोहे में एक बेटे का वर्णन करते हुए कवि कहते हैं कि बड़ा बेटा राव अर्थात सर्वेसर्वा है और उसका बड़ा ही हठीला स्वभाव है। उसकी सरकारी नौकरी होने की वजह से उसे बड़ा अभिमान भी है।
अंग्रेजी अनुवाद ― Describing one of the sons in the above couplet, the poet says that the elder son is Rao, that is, the supreme authority and he has a very stubborn nature. He is also very proud because he has a government job.
☆ दिवस चार को पेखना, अक्खड़ पन ला भूल।
☆ नाव राम को सुमर ले, कट जाहेती शूल।।
हिन्दी अनुवाद ― उक्त दोहे में कवि मनुष्य को सही राह दिखाते हुए कहते हैं कि ये केवल चार दिन का ही दिखावा है अब ऐसे हठीलेपन (ढीढपन) को भूलकर राम का नाम सुमिरन कर लो जिससे जीवन के समस्त कष्ट दूर हो जाएंगे।
अंग्रेजी अनुवाद ― In the above couplet, the poet shows the right path to man by saying that this is only a show of four days, now forget such stubbornness and remember the name of Ram, which will remove all the troubles of life.
सौजन्य से – श्री एल डी. हनवत (दोहा रचनाकार) उगली, सिवनी मध्यप्रदेश।
हिन्दी व अंग्रेजी अनुवादक – श्री आर. एफ. टेमरे मेहरा पिपरिया, सिवनी मध्यप्रदेश।