☆ पेपर मा भी छप गई, एक एक सब बात।
☆ खेत बाड़ी को झगड़ा, भयो काल की रात।।
हिन्दी अनुवाद ― उक्त दोहे में कवि अखबार का वर्णन करते हुए कहते हैं कि अखबार में हर क्षेत्र की सभी बातें छाप दी जाती हैं। बातें चाहे खेती-बाड़ी की हो या लड़ाई झगड़े की हो, बीती रात्रि जो भी घटनाएँ घटी हैं सबका वर्णन प्रातःकाल अखबार में पढ़ने को मिल जाता है।
अंग्रेजी अनुवाद ― In the above couplet, the poet describes the newspaper and says that all the matters of every field are printed in the newspaper. Whether it is about farming or fighting, whatever events happened last night, all their descriptions can be read in the newspaper in the morning.
☆ लम्बी चौड़ी छोड़ खे, पढ़ले जो अखबार।
☆ खबर छपी से गांव की, पूरो येमा सार।।
हिन्दी अनुवाद ― उक्त दोहे में कवि अखबार में छपी गाँव की घटना की जानकारी देते हुए एक व्यक्ति से कहते हैं कि भाई गाँव की घटना के बारे में लंबी चौड़ी बातें बताना बंद करके जरा अखबार को पढ़ लीजिए, क्योंकि अखबार में गाँव की इस घटना की पूरी खबर छपी हुई है जिसमें पूरा विवरण दिया हुआ है।
अंग्रेजी अनुवाद ― In the above couplet, the poet, while giving information about the village incident printed in the newspaper, tells a person that brother, stop telling long stories about the village incident and just read the newspaper, because the full news of this village incident is printed in the newspaper in which the full details are given.
सौजन्य से – श्री एल डी. हनवत (दोहा रचनाकार) उगली, सिवनी मध्यप्रदेश।
हिन्दी व अंग्रेजी अनुवादक – श्री आर. एफ. टेमरे मेहरा पिपरिया, सिवनी मध्यप्रदेश।