All
Text

हिन्दी- पाठ 1 'पुष्प की अभिलाषा' ब्लूप्रिंट आधारित प्रश्न हिन्दी- पाठ 1 'वर दे' ब्लूप्रिंट आधारित प्रश्न 8th गणित वैकल्पिक प्रश्न व्याकरण और इसके अंग वर्ण विचार - ध्वनियाँ और उच्चारण ह्रस्व एवं दीर्घ स्वर व्यंजन वर्ण - उच्चारण विराम चिह्न (20 प्रकार) अनुनासिक निरनुनासिक स्वर संयुक्त व्यञ्जन Olympiad class 2nd 5th हिन्दी वैकल्पिक प्रश्न 5th English वैकल्पिक प्रश्न 5th गणित वैकल्पिक प्रश्न 5th पर्यावरण वैकल्पिक प्रश्न 5th सभी विषय वैकल्पिक प्रश्न 5th हिन्दी स्वतन्त्र अभिव्यक्ति वाले प्रश्न व्याकरण 40 प्रश्न हिन्दी 5th भाषा भारती 6th पाठ 1 विजयी विश्व तिरंगा प्यारा 5th English Grammatical Questions 5th गणित के लघुत्तरीय प्रश्न 5th गणित दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 7th विज्ञान मॉडल आंसर 4th पर्यावरण मॉडल उत्तर परीक्षापयोगी 5th गणित के सवाल भाषा का स्वरूप (भाषा ज्ञान) छंद एवं इसके प्रकार स्वर और इसके प्रकार संधि और इसके प्रकार क्रिया और इसके भेद पंवारी बोली का इतिहास पंवारों का इतिहास समास प्रतियोगी प्रश्न 'पुष्प की अभिलाषा' से 'गणित का जादू' 5th- प्रतियोगिता परीक्षा हेतु प्रश्न माह दिसंबर 2023 की अकादमिक गतिविधियाँ गणित- पाठ 1 'मछली उछली' ब्लूप्रिंट आधारित प्रश्न English- Lesson 1 'Prayer' ब्लूप्रिंट आधारित प्रश्न पर्यावरण- अध्याय 1 'कैसे पहचाना चींटी ने दोस्त को' English- Lesson 1 'Another Chance' ब्लूप्रिंट आधारित प्रश्नोत्तर संस्कृत- पाठ 1 'लोकहितम् मम् करणीयम्' ब्लूप्रिंट आधारित प्रश्न गणित- अध्याय 1 'परिमेय संख्याएं' ब्लूप्रिंट आधारित प्रश्न विज्ञान- अध्याय 1 फसल उत्पादन एवं प्रबन्ध Imp प्रश्न पाठ 1 जिसने सूरज चाँद बनाया मेरा परिचय एवं प्रार्थना पाठ 1 'प्रार्थना' के प्रतियोगी प्रश्नोत्तर पुष्प की अभिलाषा परीक्षापयोगी प्रश्न परीक्षापयोगी हिन्दी वैकल्पिक प्रश्न कक्षा 5 वीं









पंवारी शब्द - अजवाइन, अजवायन
हिंग्लिश वर्तनी- ajavain, ajvayan
हिंदी अर्थ - अजवायन, अजवाइन
हिंग्लिश वर्तनी- ajawayan, ajwain
अंग्रेजी अर्थ - celery (a kind of aromatic seed)
शब्द का प्रकार - संज्ञा
लिंग- स्त्रीलिङ्ग
पंवारी वाक्य -

अजवाइन दवा को काम आव्अ से।

हिंदी वाक्य -

अजवायन दवा के काम में आता है।

English Sentence -

Celery is used for medicine.

"अजवाइन, अजवायन" का विवरण

एक ऐसा बीज जो बहुत बारिक होता है जिसमें एक विशेष गंध होती है और इसका प्रयोग सर्दी-खाँसी, चर्म रोग आदि में किया जाता है। इस बीज को पंवारी बोली एवं हिन्दी भाषा में अजवाइन या अजवायन कहा जाता है और अंग्रेजी में celery कहा जाता है।

'अजवाइन' शब्द से संबंधित पंवारी बोली के दोहे एवं उनका हिन्दी एवं अंग्रेजी में अनुवाद ― -

1. अजवाइन ला बाट खे, गाढ़ो लेप लगाय ।
चर्म रोग सब दूर गा, तन कंचन बन जाय ।।

हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि अजवाइन के गुणों का बखान करते हुए कहते हैं कि अजवाइन को पीसकर उसका गाढ़ा लेप शरीर में लगा लीजिए जिससे तरह शरीर के सारे चर्म रोग दूर हो जाएंगे और शरीर सोने के समान चमकने लगेगा।

अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet describes the qualities of celery and says that after grinding the celery, apply its thick paste on the body, this way all the skin diseases of the body will be cured and the body will start shining like gold.

2. अजवाइन ला कूट के, लिम्बू संग मिलाय ।
फोड़ा फुंसी दुर सब, बला बतर टल जाय ।।

हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि अजवाइन के गुणों का वर्णन करते हुए कहते हैं कि अजवाइन को पीसकर नींबू के रस में मिलाकर शरीर पर लगाने से शरीर के फोड़े फुंसी नष्ट हो जाते हैं और शरीर की जितनी भी बलायें हैं वे समाप्त हो जाती हैं।

अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet describes the qualities of celery seeds and says that by grinding the celery seeds, mixing it with lemon juice and applying it on the body, boils and pimples in the body get cured and all the troubles of the body also get eliminated.

3. अजवाइन संग भेली, खाओ सकार शाम ।
पित्त रोग मा फायदा, मिल जाहे आराम ।।

हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि अजवाइन के गुणों का वर्णन करते हुए कहते हैं कि अजवायन को गुड़ के साथ मिलाकर सुबह-शाम खाने से पित्त से संबंधित रोगों में लाभ मिलता है। यदि ऐसा कोई व्यक्ति करता है तो उसे आराम मिल जाएगा।

अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet describes the qualities of celery seeds (Ajwain) and says that eating celery seeds (Ajwain) mixed with jaggery in the morning and evening is beneficial in diseases related to bile. If a person does this, he will get relief.

दोहा रचनाकार – श्री लीलाधर हनवत उगली, जि. सिवनी (म.प्र.)
हिन्दी व अंग्रेजी अनुवादक ― श्री आर. एफ. टेम्भरे मेहरा पिपरिया, जि. सिवनी (म. प्र.)



Share this word