1. अटल आपरी बात पर, नही करूँ बदलाव ।
मी बेटा पोवार को, समदर्शी से भाव ।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि अपनी बात की दृढ़ता को अभिव्यक्त करते हुए कहते हैं कि मैं अपनी बात पर अटल हूँ; कभी भी अपनी बात से नहीं मुकरता। मैं पंवार वंश का बेटा हूँ और मेरी सभी के प्रति समान दृष्टि है।
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet expresses his firmness and says that I am firm on my words. I never go back on my words. I am a son of the Pawar clan and I have the same attitude towards everyone.
2. चित चोखो मन निरमला, अटल भावना धीर ।
राजा का वंशज हमी, सेजन छतरी वीर ।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि पंवार वंश का वर्णन करते हुए कहते हैं कि हम पंवारों का चित्त चोखा है और मन निर्मल है। हमारी भावना अटल और धैर्य धारण करने वाली है। हम क्षत्रिय वीर हैं और चक्रवर्ती सम्राट राजा भोज के वंशज हैं।
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet describes the Pawar clan and says that we Pawars have a pure heart and a clean mind. Our spirit is unwavering and patient. We are brave Kshatriyas and are descendants of Emperor Raja Bhoj.
दोहा रचनाकार ― श्री लीलाधर हनवत उगली, जिला - सिवनी
हिंदी एवं अंग्रेजी अनुवादक― आर. एफ. टेम्भरे मेहरा पिपरिया जिला - सिवनी