All
Text
गई रहे वू अपरो अड्डा पर।
वह अपने अड्डे पर गया होगा।
He must have gone to his adda.
ऐसा स्थान जहाँ पर अक्सर कुछ लोग आकर गुप्त या सामान्य रूप से बैठक करते हो या मिलते-जुलते हो तो उसे सामान्यतः पंवारी बोली, हिन्दी भाषा एवं अंग्रेजी में अड्डा (adda) कहा जाता है।
1. हिरदा अड्डा बन गयो, कपट भाव धन लोभ।
राम नाव मा आलसी, मन मा भारी क्षोभ ।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि वर्तमान में मनुष्य की स्थिति का वर्णन करते हुए कहते हैं कि मनुष्य का हृदय अब छल-कपट, धन के प्रति लालच का अड्डा बन चुका है। ईश्वर का नाम लेने में मनुष्य आलसी हो चुका है। उसके मन में कई तरह के की व्याकुलताएँ व्याप्त हो गई हैं।
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet describes the present condition of man and says that the heart of man has now become a Adda of a den of deceit and greed for money. Man has become lazy in taking the name of God. Many types of worries have spread in his mind.
2. अड्डा बनयो एक अखिन, येव भयानक रोग।
दारू गांजा पीय खै, बिगड़ रही सेत लोग ।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि बुरी आदतों के संबंध में बताते हुए कहते हैं कि मनुष्य जाति के मध्य एक और भयानक रोग ने अपना अड्डा बना लिया है। वह कोई शारीरिक रोग नहीं है बल्कि शराब और गांजा पीने की लत है जिसे पीकर लोग बिगड़ रहे हैं।
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet talks about bad habits and says that another Adda of dreadful disease has made its home among the human race. It is not a physical disease but an addiction to drinking alcohol and marijuana, by which people are getting spoiled.
दोहा रचनाकार ― श्री लीलाधर हनवत उगली, जिला - सिवनी
हिंदी एवं अंग्रेजी अनुवादक― आर. एफ. टेम्भरे मेहरा पिपरिया जिला - सिवनी
Share this word