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(१) वोन्अ त कब्जा करच् लेईस अता मी काजक करू?
(२) पढ़न वारा आय गईन अता मोला जानो से।
(१) उसने तो कब्जा कर ही लिया अब मैं क्या करूँ।
(२) विद्यार्थी आ गये हैं अतः मुझे जाना होगा।
(1) He has captured it, what should I do now.
(2) The students have come so I have to go.
यह एक विशेषण शब्द है। किसी घटना या क्रिया होने पर प्रतिक्रिया हेतु वाक्य लिखने या बोलने से पहले पंवारी बोली में अता, हिन्दी भाषा में अतः या अब, एवं अंग्रेजी भाषा में so या now का प्रयोग किया जाता है।
1. बेरा मोरी भय गयी, जाॅंहु अता खेत।
बेटी जल्दी बनाय दे, लगी चाय मा नेत।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि ने एक कृषक की दिनचर्या का वर्णन किया है। एक कृषक कहता है कि खेत जाने की अब मेरी बेला हो गई है। आगे अपनी बेटी से कहता है कि बेटी! तुम मेरे लिए जल्दी से चाय बना दो क्योंकि अब चाय में मन लगा हुआ है।
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet has described the daily routine of a farmer. A farmer says that it is time for me to go to the farm. Further, he tells his daughter that daughter! You make tea for me quickly because now I have remembered my tea.
2. जल्दी अता रांध जरा, होय रही से देर।
खीर सुआरी पापड़ी, भजिया खाबोन फेर।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि देरी हो जाने पर भोजन पकाने में शीघ्रता का वर्णन करते हुए कहते हैं कि अब भोजन जल्दी पकाइए क्योंकि देरी हो रही है। दूसरे व्यंजन जैसे खीर, पूड़ी, पापड़ी भजिया आदि जो देरी से पकेंगे इन्हें बाद में खा लेंगे।
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet describes the need to hurry up in cooking food when there is a delay and says that now cook the food quickly because it is getting late. Other dishes like kheer, puri, papdi, bhajiya etc. which will be cooked late can be eaten later.
दोहा रचनाकार ― श्री लीलाधर हनवत उगली, जिला - सिवनी
हिंदी एवं अंग्रेजी अनुवादक― आर. एफ. टेम्भरे मेहरा पिपरिया जिला - सिवनीShare this word