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पंवारी शब्द - अजरन
हिंग्लिश वर्तनी-

ajaran

हिंदी अर्थ - अजीर्ण
हिंग्लिश वर्तनी- ajeern
अंग्रेजी अर्थ - indigestion
शब्द का प्रकार - संज्ञा
लिंग- पुल्लिङ्ग
वचन - एकवचन
पर्यायवाची/समानार्थी -

पंवारी - अजीरन

हिन्दी - अपच, अनपच

विलोम/विरुद्धार्थी -

हिन्दी - सुपाच्य

पंवारी वाक्य -

एतरो नोको खाव के अजरन होय जाय।

हिंदी वाक्य -

इतना मत खाओ कि अजीर्ण हो जाए।

English Sentence -

Don't eat so much that you get indigestion.

"अजरन" का विवरण

जब अधिक मात्रा में भोजन किया जाता है और आमाशय में भोजन का पाचन नहीं हो पाता है तो ऐसी स्थिति में उल्टी या पेट दर्द जैसी घटनाएँ होती हैं जिसे पंवारी बोली में अजरन, हिन्दी भाषा में अजीर्ण और अंग्रेजी भाषा में indigestion कहा जाता है।

पंवारी शब्द 'अजरन' से संबंधित दोहे एवं उनका हिंदी व अंग्रेजी अनुवाद -

अजरन मोला भय गयो, नहीं पची से भात।
खट्टो पानी पेट मा, कर्र रही से घात।।
हिन्दी अनुवाद ― इस दोहे में कवि उस व्यक्ति की स्थिति का वर्णन करते हैं जो आवश्यकता से अधिक भोजन कर लेता है।
कवि कहते हैं कि आवश्यकता से अधिक खाने वाला व्यक्ति यही कहेगा कि आज मुझे अजीर्ण हो गया है। पेट में चावल का पाचन नहीं हुआ है और पेट में अम्लीयता (एसिडिटी) हो गई है जिससे बहुत विकार पैदा हो रहा है।
अंग्रेजी अनुवाद ― In this couplet, the poet describes the condition of a person who eats more than required.
The poet says that a person who eats more than required will say that today I have indigestion. The rice has not been digested in the stomach and acidity has developed in the stomach, which is causing a lot of disorder.
अवगुन, रांधा तेल को, खायो बासी भात।
अजरन को कारन भयो, जाग्यो सारी रात।।
हिन्दी अनुवाद ― उक्त पंक्तियों में कवि अपच के कारणों का वर्णन करते हुए कहते हैं कि सारे अवगुण तैलीय खाद्य पदार्थों में होते हैं। आज तो ऐसी भी स्थिति बनी कि बासी चावल खाने से अजीर्ण हो गया और  सारी रात्रि जागना पड़ा।
अंग्रेजी अनुवाद ― In the above lines, the poet describes the causes of indigestion and says that all the demerits are present in oily food items. Today, the situation was such that I got indigestion after eating stale rice and had to stay awake the whole night.

सौजन्य से― श्री लीलाधर हनवत (दोहा रचनाकार) उगली, सिवनी मध्यप्रदेश।
हिन्दी व अंग्रेजी अनुवादक – श्री आर. एफ. टेमरे मेहरा पिपरिया, सिवनी मध्यप्रदेश।

'खानपान' से संबंधित दोहा एवं हिन्दी अंग्रेजी अनुवाद -

पेट भयो जब आपरो, भयो परायो खान।
जादा भोजन ना करो, त न होव नुकसान।।
हिन्दी अनुवाद ― उक्त दोहे में कवि कहते हैं कि पेट तो अपना स्वयं का ही है किंतु आजकल खान-पान पराया हो गया है। कवि सलाह देते हुए आगे कहते हैं कि भोजन ज्यादा मत करो क्योंकि इससे नुकसान ही होता है।
अंग्रेजी अनुवाद ― In the above couplet, the poet says that the stomach is our own but nowadays food has become alien. The poet further advises that do not eat too much because it only causes harm.

सौजन्य से― श्री तेजराम देशमुख (दोहा रचनाकार) सिवनी मध्यप्रदेश।
हिन्दी व अंग्रेजी अनुवादक – श्री आर. एफ. टेमरे मेहरा पिपरिया, सिवनी मध्यप्रदेश।



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