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अतड़ी-बोतड़ी
atadi-botadi
ऑंत
aant
intestine
संज्ञा
स्त्रीलिंङ्ग
एकवचन (ऑंत)
हास-हास के मोरी अतड़ी-बोतड़ी दुःखन लगिन।
हॅंस-हॅंसकर मेरी ऑंते दुखने लगी।
My intestines started hurting from laughing.
प्राणियों के शरीर में भोजन पचाने के लिए आमाशय के बाद लगने वाली आड़ी-तिरछी नलिका को पंवारी बोली में अतड़ी-बोतड़ी हिन्दी भाषा में ऑंत तथा अंग्रेजी में intestine कहते हैं।
1. लोट पोट मी भय गयो, मारीस मोला नेट।
अतड़ी बोतड़ी एक मा, दुख रही से पेट।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि किसी हास्यप्रद दृश्य विशेष को देखकर कहते हैं कि मैं तो हॅंसते-हॅंसते लोटपोट हो गया। पता नहीं मुझे इतनी हॅंसी कैसे आई कि हॅंसते-हॅंसते ऐसा लगा मेरी अंतड़ियां (आंते) एक हो गयी हो। ज्यादा हँसने के कारण मेरे पेट में दर्द होने लगा है।
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet says after seeing a humorous scene that I was rolling on the floor with laughing and laughing. I don't know how I laughed so much that it felt like my intestines were joined together. My stomach is hurting due to laughing too much.
2. मोटर खाल्या चिप गयो, अदमी होतो नेक।
अतड़ी बोतड़ी संग मा, हड्डी पसरी एक।।
हिन्दी में भावार्थ ― उक्त दोहे में कवि एक दुर्घटना का वर्णन करते हुए कहते हैं कि एक व्यक्ति बस से दुर्घटना ग्रसित हो गया। वह आदमी बहुत ही नेक दिल इंसान था। दुर्घटना का दृश्य ऐसा था कि उसकी अतड़ियाॅं और हड्डी-पतली सब चौपट हो गई थी।
अंग्रेजी में भावार्थ ― In the above couplet, the poet describes an accident and says that a person met with an accident due to a bus. That man was a very good-hearted person. The scene of the accident was such that his intestines and bones were completely shattered.
दोहा रचनाकार ― श्री लीलाधर हनवत उगली, जिला - सिवनी
हिंदी एवं अंग्रेजी अनुवादक― आर. एफ. टेम्भरे मेहरा पिपरिया जिला - सिवनीShare this word